गले खराब के कुछ घरेलू उपाय |
नमक के पानी से गरारे करना: नमक के पानी से गरारे करना गले की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारे करें।
शहद का सेवन: शहद एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। एक चम्मच शहद चाटने से गले की खराश और दर्द में राहत मिल सकती है।
अदरक का सेवन: अदरक एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। अदरक की चाय पीने से गले की सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है।
हल्दी का सेवन: हल्दी एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। एक गिलास गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी मिलाकर पीने से गले की सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है।
पुदीने का सेवन: पुदीना गले की खराश और जलन को कम करने में मदद करता है। पुदीने की चाय पीने या पुदीने के पत्तों को चबाने से गले में राहत मिल सकती है।
सिकाई: गर्म सिकाई गले की मांसपेशियों को आराम देने और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। गले पर गर्म पानी की बोतल या गर्म तौलिया रखें।
धूम्रपान न करें: धूम्रपान गले की खराश और जलन को बदतर बना सकता है।
एयर कंडीशनर से बचें: एयर कंडीशनर गले को सूखा कर सकता है, जिससे गले की खराश और जलन हो सकती है।
Some home remedies for sore throat
यहां कुछ अन्य घरेलू उपाय दिए गए हैं जो गले खराब से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं:
लौंग: लौंग एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। लौंग को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर गरारे करें।
तुलसी: तुलसी एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर गरारे करें।
मुलेठी: मुलेठी एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। मुलेठी की जड़ को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर गरारे करें।
गले खराब के कुछ घरेलू उपाय
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